जी हाँ आप सही सुन रहे है भारतीय वायु सेना के लिए खरिदे  गये अत्याधुनिक साजो-सामान से लैस राफेल विमान एक बार फिर विवादो  में है |

         Rafael aircraft


  ओर इस बार इस विवाद की  वजह  कोई भारतीय नहीं बल्कि एक जाना माना फ्रासींसी मिडिया ग्रुप   हैं |  ओर इसका नाम है   'मिडियापार्ट'  |   यह फ्रांस का एक बहुत ही बड़ा मिडिया ग्रुप है इसने अपनी रिपोर्ट मे दावा किया हैं कि भारत ओर फ्रांस के बीच हुए  राफेल विमान सोदे मे  राफेल विमान बनाने वाली कंपनी ने एक भारतीय बिचोलिये को साढ़े आठ करोड़ के लगभग भारतीय रूपये उपहार के तौर पर दिए है  | 


राफेल विमान बनाने वाली कंपनी के खाते से यह राशि  भारत ओर फ्रांस के बीच सोदा फाइनल होने के बाद बिचोलिये के खाते में हस्तान्तरित की गई | इस बात का खुलासा  तब हुआ जब  फ्रांस की  भ्रष्टाचार निरोधक एजेंसी द्वारा     राफेल विमान बनाने वाली कंपनी का आडिट किया गया | 


इस खबर ने भारतीय  राजनीति मे    भुचाल ला दिया हैं | और यह खबर भी ऐसे समय आई है जब भारत मे चुनावी माहौल चल रहा है | इस समय  भारत में पश्चिम बंगाल, असम, केरल,तमिलनाडु  और एक केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी मे चुनाव चल रहे हैं |  इस खबर ने  विपक्ष को भारतीय जनता पार्टी जोकि सत्ता धारी पार्टी है को एक बार फिर  से घेरने का मोका दे दिया है | 


राफेल सोदे में पहले भी भ्रष्टाचार के आरोप लगते आए है |  विपक्षी पार्टियां भी इस बात को लेकर सरकार का घेराव करती आई है | 


भारत ने  भारतीय वायु सेना के लिए फ्रांस से 36  राफेल विमान खरीदने का सोदा किया था | यह सोदा वर्ष 2016 मे  भारत ओर राफेल विमान बनाने वाली कंपनी दसाॅ एविएशन के बीच हुआ था |

इस पुरे सोदे की किमत लगभग 59 हजार करोड़ भारतीय रूपये हैं |  यह विमान बहुत पहले ही भारतीय वायु सेना के अबांला एयरबेस पर हुए  एक समारोह से भारतीय वायु सेना मे  कमीशन किया जा चुका  है | 


इस पुरे मामले पर भारतीय सरकार द्वारा भी प्रतिक्रिया आ गई है | केद्रीय कानून मंत्री रविशंकर ने कहा- यह आरोप फ्रांस कि काॅरपोरेट घरानों की दुश्मनी का नतीजा है |