अक्सर जब हम हवाई जहाज  में सफर करते हैं तो हमारे मन में  कई  प्रकार के सवाल  जन्म लेते हैं | ओर सबसे पहला सवाल होता है कि हवाई जहाज में सफर  के दोरान सबसे सुरक्षित सिट कोनसी है?  बहुत सारे यात्री भी यही सवाल पुछते है: हवाई जहाज में सबसे सुरक्षित सीट कौन सी है?  ओर जवाब है: कोई नहीं।  क्योंकि  जब विमान  हवा मे होता है ओर उसके साथ कोई दुर्घटना होती है तो किसी का भी बचना नामुमकिन होता है |

       काल्पनिक चित्र

कुछ लोगों का मत है कि आपातकालीन निकास के निकट जो सिट होती है वह सिट सबसे सुरक्षित होती है | लेकिन  अफसोस की बात है, यह बिल्कुल सच नहीं है।  विमान के भीतर किसी भी स्थान पर आपातकालीन निकास के पास आग लग सकती है।  और अगर आपातकालीन निकास जाम हो जाता है, तो वह निकटतम व्यक्ति  भी उतना ही सुरक्षित है जितना  कि उस विमान में सबसे दुर वाली सिट पर बेठा व्यक्ति |

भले ही यात्री विमान के अंदर बैठा हो, लेकिन खतरा हमेशा बना रहता है | हमें विमान में यात्रा के दौरान हमेशा सतर्क रहना चाहिए |

सतर्क रहने का अर्थ है, सतर्क और चौकस रहना।   यात्रा के दोरान हवाई जहाज के सभी निकासों के स्थानो का ध्यान होना चाहिए ।   हमें  उड़ान से पहले और इन-फ्लाइट निर्देशों को  ध्यान से सुनना चाहिए ।  बहुत ज्यादा नहीं पीना चाहिए ।  सामान्य ज्ञान का उपयोग करें और ऐसा कुछ भी न करने की कोशिश करें जो आपकी खुद की सुरक्षा के लिए हानिकारक हो, साथ ही साथ दूसरों के लिए भी, जैसे कि बहुत अधिक या बहुत भारी सामान ले जाना, गर्म पेय ले जाना , नुकीली वस्तुओं या चीजों के साथ लापरवाह होना।

हवाई यात्रा को लेकर आशंकाओं और गलतफहमियों के बावजूद हवाई जहाज दुर्घटनाएं दुर्लभ हैं।  लेकिन अगर कोई उड़ान के दौरान होता है, तो यात्री को शांत रहना और घबराना नहीं चाहिए।  डर एक अत्यधिक संक्रामक बीमारी है।  दुर्घटनाओं में कई लोग हताहत हुए, यहां तक ​​कि जो जमीन पर हुआ था, उसे रोका जा सकता था, इसमें घबराहट निहित थी।  इस प्रकार, एक दुर्घटना के मामले में, एक गहरी साँस लें, आवाज़ को नीचे रखें और निर्देशो का पालन करें।

प्लेन में सबसे सुरक्षित सीट जैसी कोई चीज नहीं है।  लेकिन कोई भी यात्री हमेशा अपनी सीट को सबसे सुरक्षित सीट बना सकता है, अगर वह  अपनी सिट पर बैठा है ।