कई दिनों से एक हेलिकॉप्टर अपने निचे एक बडा़ सा चक्र बाधकर शेखावाटी क्षेत्र व हरियाणा के अरावली क्षेत्र की पहाड़ीयो में हवा में घुम रहा है | यह हेलिकॉप्टर शेखावाटी क्षेत्र के लोगों के लिए कोतुहल का विषय बना हुआ है | लोग इसे देखने के लिए घरों कि छत पर चढ़ जाते हैं | कई लोगों के मन मे यह भय का कारण बन रहा है, तो कई ईसे जमीन मे छिपा खजाना खोजने वाला बता रहे हैं | तो चलिए आज इस रहस्य से पर्दा उठा देते हैं | यह हेलिकॉप्टर कोई खजाना खोजने वाला नहीं है |
यह तो यूरेनियम खोजने वाला यत्रं है यानि परमाणु ऊर्जा विभाग ने हेलीकाप्टर की मदद से शेखावाटी क्षेत्र की पहाड़ियों में यूरेनियम की संभावनाओं को तलाशने की कवायद शुरू हो गई है। परमाणु ऊर्जा विभाग ने शेखावाटी व आस-पास के क्षेत्र में सर्वे शुरू कर दिया है। यदि सर्वे सफल होता है तो यह केवल शेखावाटी के तीन जिलो सीकर, चुरू, झुन्झुनू या राजस्थान ही नहीं, बल्कि देश की आर्थिक ताकत बढ़ाने में बड़ा सहायक साबित हो सकता है। प्राकृतिक संपदा के क्षेत्र में शेखावाटी के जिलो का नाम बड़े स्तर पर जुड़ सकता है। हालांकि सर्वे का कार्य पूरा होने के बाद पता चल सकेगा कि इस क्षेत्र में यूरेनियम की स्थिति क्या है। सूत्रों के अनुसार, परमाणु ऊर्जा विभाग ने लगभग 15 दिन पहले जिला प्रशासन से सर्वे के लिए अनुमति मांगी थी, जिसे जिला प्रशासन ने मंजूर कर लिया था। सूत्रों ने बताया कि विभाग की टीम यूरेनियम की संभावनाओं को देखते हुए पिछले एक पखवाड़े से इस क्षेत्र में सर्वे कर रही है। हेलीकाप्टर पर एक जाल लटकाया हुआ था, जिसमें जमीन को अंदर से स्कैन करने के लिए हाई पावर मशीनें लगाई हुई थीं। यह हेलीकाप्टर काफी नीचे तक आकर भूमि को स्कैन कर रहा है।
बता दें कि की शेखावाटी क्षेत्र की अरावली पहाड़ियों में कई प्रकार की धातुएं मिल रही हैं। अरावली की खेतड़ी पर तांबा भी निकल रहा है। इसके अलावा कई अन्य धातुओं की संभावना भी बनी हुई है। पहले यहाँ किसी जमाने में सोने की माइनिग के लिए खुदाई की गई थी, लेकिन उस पर आ रहा खर्च अत्यधिक होने की वजह से खनन रोक दिया गया था। खैर नई कवायद सोने से भी महंगे यूरेनियम की तलाश के लिए शुरू हुई है। यूरेनियम मिला तो देश की ऊर्जा की होगी पूर्ति
परमाणु ऊर्जा विभाग का सर्वे कामयाब होता है तो देश के परमाणु संयंत्रों को नई ऊर्जा मिलेगी और देश में बिजली का संकट स्थायी तौर पर दूर हो सकेगा।
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